मिशन शक्ति के तहत महिलाओं, किशोरियों युवतियों छात्राओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए थानों में स्थापित महिला हेल्प डेस्क से आधी आबादी का मोहभंग हो रहा है। प्रतिदिन लगातार महिलाओं के शिकायती पत्रों में कमी आ रही है। खानपुर थाना स्थित स्थापित महिला हेल्प डेस्क आफिस में अक्टूबर महीने में 31, नवंबर माह में 10, दिसंबर महीने में 15 और जनवरी में अब तक सिर्फ 9 शिकायती पत्र आए हैं। पुलिस प्रशासन की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खानपुर महिला डेस्क प्रभारी दमयंती देवी के स्थानांतरण के दस दिनों बाद भी किसी की प्रभारी पद पर नियुक्ति नहीं की गई है। यहां की महिला सहायता केंद्र थाने की महिला कांस्टेबलों के भरोसे चल रहा है और इस दौरान अपनी शिकायती पत्र लेकर आईं महिलाओं को थाने के मुंशी के पास भेज दिया जाता है।
महिलाओं और बेटियों पर अत्याचार, अनाचार और शोषण की घटनाएं प्रतिदिन हो रहीं है, लेकिन महिला सहायता केंद्र की अनदेखी और उपेक्षा से ग्रामीण महिलाएं और बच्चियां अपनी शिकायत दर्ज नही करा पाती हैं। कुल मिलाकर महिला हेल्प डेस्क बनाया गया लेकिन उसका लाभ नहीं मिल रहा है। थानाध्यक्ष जितेंद्र बहादुर ने बताया कि जो महिलाएं, युवतियां थाना परिसर तक नहीं पहुंच पाती हैं वो महिला हेल्प लाइन 181, वीमेन पावर लाइन 1090, मुख्यमंत्री हेल्प लाइन 1076 और आपातकालीन सेवा 112 पर फोन द्वारा अपनी शिकायत दर्ज करा सकतीं हैं।