परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों के वेतन में इंक्रीमेंट व प्रमोशन के लिए नंबर जुटाना होगा। इसमें विद्यालयों की साफ सफाई , बच्चों की शिक्षा मे सुधार, उपस्थिती आदि पर विभाग की ओर से नंबर मिलेगा। इन्हीं नंबरों के आधार पर उनका मूल्यांकन होगा। आगे चलकर इसी से उन्हें इंक्रीमेंट और तरक्की भी मिलेगी। नंबर के आधार पर शिक्षकों तरक्की मिलेगी। इसके लिए नंबर के पैरामीटर भी तय कर दिए गए। इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने आठ जनवरी को निर्देश भी जारी कर दिया है। इसमें समय पर विद्यालय न आने, बच्चों को पढ़ाने में रुचि न लेने तथा डिजिटल प्लेटफार्म पर न आने वाले प्राथमिक व पूर्व प्रथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को आने वाले दिनों में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
अब शिक्षकों व प्रधानाध्यापक को न सिर्फ नियमित स्कूल आना जाना पड़ेगा, बल्कि बच्चों को पढ़ाना भी पड़ेगा। अब विभाग की ओर से शिक्षकों के वार्षिक मूल्यांकन के लिए नए पैरामीटर भी निर्धारित किए गए हैं। जिन्हें बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से आगामी शैक्षिक सत्र से लागू करने की तैयारी है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इन्हीं पैरामीटरों पर आने वाले दिनों में शिक्षकों की तरक्की होगी। विभाग की ओर से तय किए गए पैरामीटर पर हीं उन्हें इंक्रीमेंट मिलेगा। मानव संपदा पोर्टल पर परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों को स्वयं वार्षिक मूल्यांकन प्रविष्टि भरनी होगी। शिक्षकों तथा प्रधानाध्यापक को मानव संपदा पोर्टल पर खुद के मूल्यांकन के फार्म सबमिट करने होंगे। इसका डिजिटली सत्यापन भी होगा। इसमें यदि किसी भी शिक्षक की ओर से गलत तथ्य भरने पर पकड़ में आ जाएंगे। हालांकि कुछ चीजें स्कूलों को टेबलेट मिलने के बाद शुरू होंगी। बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने बताया की नंबरों के आधार पर ही शिक्षकों के वेतन में बढ़ोत्तरी व प्रमोशन भी होगा। इससे शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता आएगी व शिक्षा की गुणवक्ता में भी सुधार लाया जा सकता है। अगले सत्र से लागू किया जाएगा।