बालू लदे ओवरलोड वाहनों का जिले की सीमा में प्रवेश पर रोक है। इसके बावजूद बिहार प्रांत से ऐसे वाहनों का संचालन तेजी से हो रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ा हाथ अवैध बालू कारोबारियों के गैंग का है जिसका नतीजा है कि बिहार सीमा स्थित गहमर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांव बारा में पुलिस, आरटीओ व खनन विभाग की उदासीनता से अवैध तरीके से बालू डंपिग और सप्लाई का कारोबार धड़ल्ले से जारी है।
वीर अब्दुल हमीद सेतु से ओवरलोड वाहनों के आवागमन पर पूर्ण रूप से रोक है। पुल से सिर्फ हल्की चार पहिया वाहनों के साथ कृषि कार्य में प्रयोग होने वाले ट्रैक्टरों को आवागमन की छूट है। बालू कारोबारियों, पुलिस, आरटीओ व खनन विभाग की मिलीभगत से बालू लदे ओवरलोड ट्रकों के आवागमन पर रोक नहीं लग पा रहा है। इस कार्य को अंजाम देने के लिए बालू कारोबारियों का एक गैंग गहमर थाना क्षेत्र के गांव बारा स्थित कर्मनाशा नदी के पुल के समीप सक्रिय है। बिहार प्रांत से जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले बालू लदे ओवरलोड ट्रकों को सीमा पर ही रोक दिया जाता है।
यहां पर ट्रकों से बोगा में बालू की पलटी किया जाता है और हरी झंडी मिलने पर उन्हें आगे के लिए रवाना किया जाता है। इसके अलावा यहां पर अवैध तरीके से बालू डंपिग का खेल भी जारी है। लोगों का कहना है कि बालू कारोबारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के साथ ही ओवरलोड वाहनों के आवागमन पर रोक की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं, जिसका कोई संज्ञान लेने वाला नहीं है।