समाजवादी पार्टी की तरफ से ट्रैक्टर रैली और किसान आंदोलन के कारण शासन प्रशासन की ओर से जबरदस्त घेरेबंदी की जा रही है। ट्रैक्टर मालिकों को भी नोटिस जारी कर 26 जनवरी को सड़क पर गाड़ी लेकर नहीं आने का निर्देश दिया जा रहा है। अकेले वाराणसी में 13 हजार से ज्यादा ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस दिया गया है। लगातार नोटिस देने की कार्रवाई जारी है। इससे पहले पूर्वांचल के कई जिलों में इस तरह का नोटिस पेट्रोल पंपों को भी जारी किया जा चुका है। इसमें 22 जनवरी से 26 जनवरी तक ट्रैक्टरों और गैलन आदि में डीजल नहीं देने का निर्देश जारी किया गया है।
वाराणसी के जंसा क्षेत्र में सोमवार को पुलिस की तरफ से ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस दी गई। इसमें 26 जनवरी को ट्रैक्टर संचालन पूर्णतया बन्द रखने के लिये कहा गया है। एसएसपी के निर्देश पर जंसा थाना परिसर में पुलिस कर्मियों की एक बैठक एसओ सतीश कुमार सिंह के अध्यक्षता में की गयी। बैठक में बीट के सभी एसआई व पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया कि अपने-आने क्षेत्र में जाकर सभी ट्रैक्टर संचालकों को बता दें कि 26 जनवरी को सड़क पर ट्रैक्टर कत्तई नही चलेगी। सड़क पर चलते ट्रैक्टर दिखी तो उनको पकड़ कर सीज कर देने का निर्देश दिया गया। साथ ही रामेश्वर, भाऊपुर, देहली विनायक, सत्तनपुर, हाथी, अकेलवा, बड़ौरा सहित अन्य इलाकों में बैरिकेडिंग कर दिया गया है।
इस आदेश को लेकर रोष भी है। किसान आंदोलन को लेकर निजी कार्य मे लगे ट्रैक्टरों को प्रशासन द्वारा रोकने को गलत बताया जा रहा है। उधर, रोहनिया थाना क्षेत्र के ट्रैक्टर वाले किसानों को भी पुलिस की तरफ से नोटिस दिया जा रहा है। कहा गया है कि 26 जनवरी को अपने घर पर ही रहें। कहीं बाहर ना जाए और ना ही ट्रैक्टर रैली में शामिल हों। ऐसा करने पर कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में बात करने पर थाना प्रभारी रोहनिया प्रवीन कुमार ने बताया कि रोहनिया क्षेत्र के लगभग 400 ट्रैक्टर किसानों को नोटिस दिया गया है।