ब्रिटिशकाल से रेल पटरी पर फर्राटा भर रही कालका मेल का नाम अब इतिहास में पन्नों में दर्ज हो गया है। केन्द्र सरकार ने 154 साल पुरानी देश की पहली सुपरफास्ट ट्रेन कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया है। सरकार ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुभाषचन्द्र बोस जयंती के मद्देनजर यह फैसला किया। अब यात्री कालका मेल को नेताजी के नाम से जानेंगे।
ब्रिटिश शासनकाल से चलने वाली देश की प्रथम सुपरफास्ट मेल एक्सप्रेस का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया गया है। 12311 अप 12312 डाउन कालका मेल का 1866 में शुभारंभ हुआ था। इसके 25 साल बाद 1891 में ब्रिटिश अधिकारी अपने मौज मस्ती के लिए ग्रीष्मकालीन राजधानी शिमला जाने के लिए ट्रेन का फेरा कालका तक बढ़ा दिया। इससे शिमला तक उनको आने जाने में दिक्कत नहीं हो।
लगभग 154 साल बाद केंद्र सरकार के निर्देश पर रेल प्रशासन ने सुभाषचंद्र जयंती पर कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर रहा है। सीनियर डीसीएम रूपेश कुमार ने बताया कि कालका मेल का नाम बदलकर नेताजी एक्सप्रेस कर दिया गया है। जल्द ही इसको अमल में ला दिया जाएगा। बता दें कि 1 जनवरी 1866 को कालका मेल पहली बार चली थी। उस वक्त इस ट्रेन का नाम 63 अप हावड़ा पेशावर एक्सप्रेस था। 18 जनवरी 1941 को फिरंगियों को चकमा देकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस इसी ट्रेन पर धनबाद जिले के गोमो जंक्शन से सवार होकर निकले थे। नेताजी की यादों से जुड़ी होने के कारण ही रेलवे ने कालका मेल का नामकरण नेताजी एक्सप्रेस के रूप में किया है।