नए साल को लेकर जिले में लोगों में उत्साह तो था लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल के कारण थर्टी फर्स्ट नाइट की पार्टियां सीमित कर दी गयीं। फूलों और गिफ्टों की दुकानों पर पर लोग दिखे। घरों में पकवान भी बने लेकिन कड़े प्रतिबंध से नानवेज खाने वालों को थोड़ी मायूसी भी हुई। खैर, आधी रात में घड़ी की सुइयां ज्योंही 12 पर पहुंचीं, फिजां में हैप्पी न्यू ईयर गूंज उठा। लोगों ने एकदूसरे को नये साल की बधाई दी।
ओलंदगंज में चौरा माता मंदिर से होटल तक बुके, फूल व गिफ्ट करने वालों की भीड़ रही। इस दौरान गुलाब की एक कली 20 रुपये में बिकी। केक की दुकान पर तो सर्वाधिक भीड़ दिखायी दी। केक पर भी हैप्पी न्यू ईयर लिखवाने की होड़ लगी हुई थी। थर्टी फस्ट नाइट के जश्न में ठंडब बाधा तो बनी लेकिन युवा पीढ़ी परवाह किये बगैर रात 12 बजे बाइकों का हॉर्न बजाते हुए सड़कों पर आ गयी।