जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कुलगाम में हुई बर्फबारी में फंसे अपने गृह जनपद गाजीपुर के 11 युवाओं को न सिर्फ वहां से निकाला, बल्कि पैसा व रसद की जानकारी होने पर उन्हें ट्रेन से सकुशल घर भिजवाने का भी प्रबंध किया।
नगर के नवाबगंज निवासी आशीष यादव, अरुण श्रीवास्तव, आकाश साहू, जय वर्मा, सागर शर्मा, अजीत, धीरज, संजय और चंदन सहित 11 लोग मां वैष्णो देवी का दर्शन करने के लिए जम्मू गए हुए थे। यहां से दर्शन के बाद घूमने के लिए कश्मीर गए। इनकी योजना गुलमर्ग जाने की थी। सभी ने किराए की एक गाड़ी को बुक किया। वह अभी कुलगाम पहुंचे ही थे कि अचानक काफी तेजी से बर्फबारी शुरू हो गई और हाईवे पूरी तरह से जाम हो गया। उस समय वहां का तापमान तीन डिग्री से भी कम था। सभी 11 लोग कुलगाम के पास काजीपुर में पांच दिनों तक फंसे रहे, तब तक उनका पैसा व रसद भी समाप्त हो गया।
इस पर अरुण श्रीवास्तव ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को ट्वीट करने के साथ ही उनके प्रतिनिधि रह चुके सिद्धार्थ को काल कर अपनी परेशानी को साझा किया। सिद्धार्थ राय ने उनकी बात उपराज्यपाल तक पहुंचाई। इसके बाद तत्काल सरकारी तंत्र उनकी मदद को पहुंचा। सभी 11 दोस्तों को सड़क पर से ले जाकर एक सरकारी गेस्ट हाउस में जगह दी गई। उसके अगले दिन वहां के पुलिस अधीक्षक ने फोन कर जानकारी ली और सभी को चेक पोस्ट पार करवा दिया गया। रविवार को सभी 11 दोस्त घर आने के लिए ट्रेन पर बैठ गए हैं। आशीष ने बताया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की वजह से हमें एक नया जीवन मिला है।