ट्रैक्टर परेड के लिए सोमवार को बड़ी संख्या में किसान दिल्ली रवाना होंगे। पुलिस प्रशासन ने भी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। गणतंत्र दिवस पर पहली बार किसान किसी मुददे पर विरोध जताते हुए राष्ट्रीय पर्व अपने अंदाज में मनाएंगे। भाकियू और संबंधित 16 किसान संगठनों के आह्वान पर सोमवार को किसानों का रेला दिल्ली की ओर बढ़ेगा। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर हाई अलर्ट किया गया है।
मेरठ की सात सीमाओं पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं। एसएसपी अजय साहनी के अनुसार, दिल्ली की तरफ आने और जाने वाले वाहनों पर नजर रखी जा रही है। सभी बॉर्डर पर बैरीकेडिंग की गई है। 24 घंटे पुलिस बल तैनात रहेगा। किसानों के वाहनों को चेक करने के बाद ही आगे बढ़ने दिया जा रहा है। मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर खरखौदा, मेरठ-दिल्ली हाईवे पर मोहिद्दीनपुर, मुरादनगर-खतौली गंगनहर पटरी पर जानी नहर पुल, दिल्ली-दून हाईवे पर दादरी, मेरठ-गढ़मुक्तेश्वर हाईवे पर शाहजहांपुर, मेरठ-करनाल हाईवे पर सरूरपुर भूनी चौराहा और मेरठ-बिजनौर मार्ग पर रामराज के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रविवार को करीब 200 ट्रैक्टर दिल्ली के लिए रवाना हुए।
उधर, मेरठ-सहारनपुर मंडल के जो किसान दिल्ली नहीं जा पाएंगे वो गांव और जिलों में ट्रैक्टर परेड करेंगे। कमिश्नर, एडीजी और आईजी बॉर्डर पर डटे हैं। रालोद 25 जनवरी को रैली निकालेगा, जबकि 26 को सपा तहसीलों पर और अन्य किसान संगठन जिले में यात्रा निकालेंगी। भाकियू के एनसीआर महासचिव मांगे राम त्यागी ने बताया कि 25 जनवरी की शाम तक 800 ट्रैक्टर दिल्ली जाएंगे। शामली जनपद से 25 जनवरी को 300 ट्रैक्टर दिल्ली के लिए रवाना होने का लक्ष्य रखा गया है। हापुड़ से सोमवार शाम को किसान दिल्ली जाएंगे।