स्थानीय गांव स्थित राजकीय कृषि बीज गोदाम की छत व दीवारें जर्जर हो गई हैं। भवन में उर्वरक, कीटनाशक दवाओं व अभिलेखों को सुरक्षित रखने में विभागीय कर्मियों को दिक्कत हो रही है। शासन द्वारा ब्लाक के किसानों को खाद, कीटनाशक दवाओं व बीज की व्यवस्था सुलभ कराने के लिए 25 साल पहले उक्त गोदाम को स्थापित किया गया। पिछले कई साल से गोदाम के भवन की छत व दीवारों से प्लास्टर आए दिन टूटकर गिर रहे हैं जिससे भवन की दशा बेहद खराब है। यही नहीं, बारिश के दिनों में तो छत से दिन भर पानी टपकता है। नतीजा यह है कि भवन के अंदर पानी का ठहराव हो जाता है। फिर भी गोदाम पर तैनात कर्मियों द्वारा किसी तरह से किसानों को उर्वरक व बीज वितरण किया जा रहा है।
अतिरिक्त गोदाम प्रभारी सुनील गुप्ता ने बताया कि गोदाम का भवन जर्जर हो गया है। ऐसी स्थिति में भवन निर्माण की ओर विभागीय अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए। इस गोदाम पर ब्लाक के लगभग सभी 46 ग्राम पंचायतों के किसानों के उर्वरक, बीज व कीटनाशक दवाओं की खरीद के लिए आवाजाही रहती है। इसके अलावा विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं का क्रियान्वयन भी यहीं से होता है। गोदाम ब्लाक मुख्यालय पर होने के कारण इसका अपना अलग ही महत्व है। अगर भवन निर्माण नहीं कराया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। भवन की स्थिति ठीक न होने के कारण उर्वरक, कीटनाशक तथा अभिलेखों को बारिश के दिनों में सुरक्षित रखना मुश्किल हो गया है। फिर भी किसी तरह से भवन में बैठकर विभागीय कार्यों को संचालित किया जा रहा है।