साल के अंतिम दिन भी गलन में इजाफा होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा। शाम को ठंड से ठिठुर रहे लोग जगह-जगह अलाव तापते दिखे। गर्म कपड़ों से पैक लोग ठंड से बचने की जुगत में लगे रहे। शाम होते ही सड़कों पर सियापा छा जा रहा है। गलन बढ़ने से शाम ढलते ही नगरीय क्षेत्रों में भी सन्नाटा छा जा रहा है। कहीं लोग अलाव तापते देखे गए तो कहीं अलाव न होने से ठिठुरते रहे। ठंड इस कदर बढ़ रहा है कि लोग दिनभर स्वेटर व साल में ही दिख रहे हैं। सुबह धूप होने से लोग राहत तो महसूस कर रहे हैं, लेकिन शाम होते ही सर्द हवाएं गलन बढ़ा दे रही हैं।
नगर पंचायत की तरफ से अलाव की व्यवस्था न किए जाने से लोग परेशान दिखे। कहीं-कहीं लोग ठंड से बचने के लिए अपने स्तर से अलाव जलाकर बैठे थे। अलाव की व्यवस्था न किए जाने से लोगों में नगर पंचायत के प्रति आक्रोश दिखा। ग्रामीण अंचलों में भी चट्टी-चौराहों पर भी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं है।
आस पास के बाजारों सहित सार्वजनिक स्थानों पर ठंडक पड़ने के बावजूद अभी तक अलाव की व्यवस्था न होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। रिक्शा चालक व दूर दराज से आने वाले यात्रियों को ठंड में ठिठुरना पड़ता है। स्थानीय ग्रामीण देवेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि देवकली, पियरी, भितरी, धुवार्जुन, मोधिया, बासूपुर, पहाड़पुर, बासूचक, रामपुरमाझा, नारीपचदेवरा, जेवल, शेखपुर, देवचंदपुर, चकेरी, मुडियार व तराव स्टेशन सहित अन्य जगहों पर अलाव की व्यवस्था होनी चाहिए।