पराली जलाने के मामले में रेवतीपुर थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव के आठ किसानों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं अज्ञात किसानों पर भी मुकदमा पंजीकृत किया गया है। प्रशासन अब इन किसानों को चिंहित करने में जुटी है।
जिला प्रशासन की लाख सख्ती के बाद भी पराली जलने के घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। सोमवार की देर शाम को त्रिलोकपुर गांव में आठ किसानों के द्वारा पराली जलाने की शिकायत किसी के माध्यम से जिलाधिकारी एमपी से के मिलने के बाद ही तहसील व ब्लाक स्तर के कर्मचारियों में हडकंप मच गया है। वहीं लेखपाल तत्काल गांव में पहुंचकर इन किसानों को चिंहित करने में जुट गया। जिले में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रहीं है। उपकृषि निदेशक मृत्युंजय सिंह का कहना है कि घटनाओं को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग की ओर से इसकी सूचना मिलने पर ग्राम प्रधानों को नोटिस जारी किए जा रहे है। सुप्रीम कोर्ट व प्रदेश सरकार की ओर से पराली जलाने को रोकने के लिए सख्त निर्देश दिया गया है।
इसके बावजूद पराली जलाने वाले किसानों का क्रम रुक नहीं रहा है। त्रिलोकपुर के लेखपाल आशुतोष दत्त ने खेतों का मुयावना कर किसानों के विरुद्ध रेवतीपुर थाना में तहरीर दिया। थानाध्यक्ष दिव्य प्रकाश सिंह ने बताया कि 8 किसानों तथा कुछ अज्ञात के विरुद्ध पराली जलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। वहीं किसानों को पराली नहीं जलाने को लेकर मना करते हुए इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी जानकारी दी जा रहीं है।