आजमगढ़ में मुबारकपुर थाना क्षेत्र के अबाड़ी गांव में गुरुवार की सुबह बड़ा हादसा हो गया। हाईवे के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से मामा-भांजे की मौत हो गई। हादसे की भनक लगते ही पीड़ित परिवार में कोहराम मच गचा। तहसीलदार ने पीड़ित परिवार को ढाढ़स बंधाते हुए सरकार से मदद दिलाने का भरोसा दिया है।
बताया जाता है कि मिट्टी की जरूरतें पूरी करने के लिए हाईवे निर्माण में लगी कंपनी ने गड्ढा खोदा था। बारिश के दौरान इसमें पानी भर गया। इससे पहले भी कई लोगों की सांसें थम चुकी हैं। पुलिस मामा-भांजे के शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई में जुट गई है।
अबाड़ी गांव निवासी नागेंद्र (18) पुत्र बलिहारी अपने भांजे प्रीतम राम (15) के साथ गुरुवार की सुबह नौ बजे निकट स्थित एक पोखरी नुमा गड्ढे में मछली मारने गए थे। इलाकाई लोगों के मुताबिक सिक्स लेने सड़क के निर्माण में मिट्टी की जरूरत पूरी करने के लिए पूर्व में गड्ढा खोदा गया था, जिसमें किसी ने छोटी-छोटी मछलियां डाल दी थी।
उसी पोखरी में मछली मारने के दौरान प्रीतम का पैर पिसल गया। भांजे को बचाने के प्रयास में नागेंद्र भी गहरे पानी में जा समाए। हादसे की जानकारी जब तक लोगों को हो पाती काफी देर हो चुकी थी। दोनों को आनन फानन में बाहर निकालकर उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र मुबारकपुर ले जाया गया। जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सदर तहसीलदार अनिल कुमार पाठक एवम लेखपाल कैलाश यादव घटना की भनक लगते ही मौके पर पहुंच गए।