पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर अभियंताओं व कर्मचारियों का आंदोलन 31वें दिन गुरुवार को भी जारी रहा। भिखारीपुर स्थित एमडी कार्यालय के बाहर विरोध सभा में पदाधिकारियों ने निजीकरण और गत सोमवार को मशाल जुलूस निकालने में कर्मचारी नेताओं पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग की। पदाधिकारियों ने बताया कि पांच अक्तूबर से अभियंता और कर्मचारी पूर्ण हड़ताल पर जा सकते हैं।विरोध सभा में कहा गया कि पूर्ण हड़ताल पर जाने और जेल भरो आंदोलन के लिए भी तैयार रहना होगा। कहा कि सरकार की मंशा ठीक नहीं लग रही।
अध्यक्षता कर रहे चंद्रशेखर चौरसिया ने कहा कि हड़ताल की आशंका को देखते हुए सरकार की ओर से नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर और उत्तरी क्षेत्र लोड डिस्पैच सेंटर को संदेश दिया गया है। पता चला है कि एनटीपीसी और पॉवर ग्रिड को भी पांच अक्तूबर से प्रदेश में कार्य संभालने के लिए अलर्ट जारी किया गया है। यानी सरकार अभी भी अपने निर्णय पर अड़ी है। संचालन जिउतलाल ने किया। इस मौके पर आरके वाही, डॉ. आरबी सिंह, एके सिंह, सुनील यादव, नीरज बिन्द, मदन लाल श्रीवास्तव, रमन श्रीवास्तव, वेदप्रकाश राय, प्रवीण सिंह, अनिल कुमार, संतोष वर्मा, अभय यादव, वीरेंद्र सिंह, रमाशंकर पाल, राघवेंद्र गोस्वामी, अंकुर पांडेय, जगदीश पटेल, हेमंत श्रीवास्तव, एपी शुक्ला आदि रहे।