पुलिस जांच में अगर यह सामने आता है कि इसके पीछे नक्सली ही हैं तो यह संकेत है कि अब भदोही में भी उनकी दखल बढ़ गई है। इससे पहले सोनभद्र, मीरजापुर और चंदौली में उनकी गतिविधियां पहले से जारी हैं। इसे लेकर आए दिन कांबिंग भी की जाती है।
गोपीगंज क्षेत्र के रामपुर कायस्थान गांव में रविवार को दो जिंदा बम मिले। उसके साथ नक्सलियों का धमकी भरा पत्र मिलने से सनसनी फैल गई। नक्सलवादी ग्रुप झारखंड, बिहार और सोनभद्र संगठन की ओर से केमिकल व्यवसायी से 10 लाख और चार प्रधानों से सात लाख रुपये की मांग हुई है। रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। प्रधानों की सुरक्षा में पुलिस तैनात कर दी गई है। जानकारी मिलते ही पहुंची पुलिस ने घेराबंदी कर दी। वाराणसी से निरोधक दस्ता बुलाकर बम को निष्क्रिय कराया गया।
छह घंटे बाद पहुंचा बम निरोधक दस्ता
बम की सूचना मिलने के छह घंटे बाद निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। पांच घंटे बाद डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम पहुंची। अधिकारियों की सक्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि चार घंटे बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी पहुंचे। इसको लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी भी देखी गई।
एक में कागज की गड्डी तो दूसरे में मिला विस्फोटक
वाराणसी से आए बम निरोधक दस्ते और फोरेंसिक जांच में एक डिब्बे में कागज की गड्डी मिली है जबकि दूसरे में विस्फोटक। एसपी ने बताया कि प्रधान के घर के पास जो डिब्बा रखा था उसमें कागज की गड्डी मिली थी। लिखा गया था कि इसी तरह नोट की गड्डी बनाकर देना है। बताया कि दूसरे डिब्बे में विस्फोटक और सर्किट भी मिले हैं।