मंझरिया गांव के पास शुक्रवार की सुबह करीब छह बजे अनियंत्रित ट्रक ने महिला श्रद्धालुओं को रौद दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार गंगा स्नान को जा रही महिलाओं को एनएच 24 पर एक अनियंत्रित ट्रक ने रौंद दिया जिससे मौके पर ज्योतिया देवी (60) व किरण पुत्री श्यामसुंदर (14) की मौत हो गयी। जबकि वाराणसी ट्रामा सेंटर ले जाते समय मीरा देवी (45) ने भी रास्ते मे दम तोड़ दिया। वहीं घायलों में अंजली (16), मौसम यादव (17), भागमनी देवी (55), राधिका (50) घायल हो गयीं जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। हादसे की जानकारी होने के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण एनएच 24 पर बांस बल्ली रख जाम कर डीएम एसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। मौके पर एसडीएम सत्यप्रिय सिंह, क्षेत्राधिकारी व जमानियां पुलिस सहित सुहवल व दिलदारनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई। वहीं आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का लंबा दौर चलने से एनएच पर तीन घंटा से अधिक समय तक सड़क जाम से वाहनों की लंबी कतार लगी रही। हालांकि, काफी प्रयास के बाद एसडीएम के आश्वासन पर सुबह करीब नौ बजे तक जाम समाप्त हो गया। वहीं पुलिस ने विधिक कार्रवाई करते हुए शव का पंचनामा भरा। इस बाबत पूर्व प्रधान रामानंद यादव की ओर से घटना की तहरीर दी गयी।
मंझरिया गांव की महिलाएं अपने पुत्र व पुत्रियों को लेकर एनएच 24 सड़क की पटरी पकड़कर गंगा स्नान को जा रही थीं। इसी बीच जमानियां से जिला मुख्यालय की ओर जा रहा गिट्टी लदा ट्रक तेज गति से आते समय सामने से आ रहे ट्रक को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हो गया। अनियंत्रित ट्रक सड़क किनारे उतर गया और पीछे से महिलाओं को रौंदते हुए आगे बढ़ा तो महिलाओं की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण भी दौड़ पड़े। तब तक ट्रक चालक ट्रक छोड़कर मौके से फरार हो गया। घटना आग की तरह गांव में फैल गयी तो भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए और शव को सड़क पर रख जाम कर दिए। सूचना पाकर एसडीएम सत्यप्रिय सिंह, क्षेत्राधिकारी कोतवाल राजीव सिंह भी दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए लेकिन आक्रोशित ग्रामीण डीएम व एसपी को मौके पर बुलाने तथा मृतकों को पांच लाख और घायलों को एक लाख रुपये देने की मांग पर अड़े रहे। भीड़ को देख सुहवल दिलदारनगर नगसर रेवतीपुर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंच गए। वहीं एसडीएम द्वारा शासन से मुआवाजा दिलाने के आश्वशन पर लोगों का जाम समाप्त हुआ।