कोरोना संक्रमण को थामने वाले आगरा मॉडल की एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तारीफ की है। सीएम ने आगरा मॉडल को प्रदेश के सर्वाधिक संक्रमित मरीजों वाले जिलों में लागू करने का मन बनाया है। अप्रैल में जिस तरह से आगरा प्रशासन ने रणनीति के तहत कोरोना पर काबू पाया था, वह फार्मूला सितंबर में भी काम कर गया। आगरा में संक्रमण की मौजूदा दर 3.04 फीसदी है। मुख्यमंत्री ने संक्रमण की दर चार फीसदी तक होना अच्छा संकेत मानते हुए आगरा मॉडल को यूपी के सर्वाधिक कोरोना मरीज वाले जिलों में लागू करने के निर्देश दिए हैं।
क्या है आगरा मॉडल
डीएम प्रभु एन. सिंह ने बताया कि आगरा मॉडल कोरोना संक्रमण को थामने की सशक्त रणनीति पर आधारित है। कांटेक्ट ट्रेसिंग, डोर-टू-डोर सर्विलांस, आरआरटी की सतर्कता, कंटेनमेंट जोन, बफर जोन पर फोकस, 24x7 मरीजों की निगरानी, कोविड अस्पताल को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर जानकारी लेने और थर्ड पार्टी सर्वे कराकर शिकायतों का फॉलोअप कर प्रशास ने संक्रमण की दर चार फीसदी से कम रखने में सफलता प्राप्त की है।
डीएम ने सीएम को दिया प्रजेंटेशन
डीएम ने स्वयं मुख्यमंत्री को वीसी के माध्यम से प्रजेंटेशन दिया और आंकड़ों के साथ सारे तथ्य रखे। उन्होंने बताया कि 27 अप्रैल को पूरे देश में आगरा संक्रमितों के मामाले में 10वें नंबर पर था, लेकिन एक रणनीति और टीम को साथ लेकर काम करने से 27 सितंबर को आगरा पूरे देश में 218वें नंबर पर पहुंच गया। इस बीच कोरोना का ट्रेंड भी बदला। जापान और आस्ट्रेलिया में काफी तेजी के साथ संक्रमित निकले, लेकिन इस ट्रेंड को देखते हुए कांटेक्ट वाले मरीजों के सबसे ज्यादा टेस्ट कराकर आगरा में संख्या बढ़ने से रोकने में सफलता मिली।