राज्य में किसानों को उनके फसल का अच्छा दाम दिलाने के लिए प्रदेश सरकार भंडारण की सुविधा गांव-गांव मुहैया कराने की योजना पर काम कर रही है। सहकारिता विभाग ग्राम पंचायतों और ब्लाक स्तर पर 5000 गोदाम बनाने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इन गोदामों को बनाने में करीब 2500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने बैठक कर इस प्रस्ताव को जल्द तैयार करने के निर्देश सहकारिता विभाग को दिए हैं। अपर मुख्य सचिव सहकारिता एमवीएस रामीरेड्डी के मुताबिक इन सभी गोदामों की कुल भंडारण क्षमता करीब 8.60 लाख मीट्रिक टन होगी। पैक्स और ब्लाक स्तर पर गोदाम बनाए जाएंगे। प्रस्ताव तैयार कर जल्द ही केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। रामीरेड्डी के मुताबिक इन गोदामों में सीजन में किसानों से खरीदे जाने वाले अनाज के साथ ही किसान भी अपना अनाज रख सकेंगे।
किसानों को अपना उत्पाद घर के पास रखने की होगी सुविधा
बड़ी तादाद में बनने वाले इन गोदामों से राज्य के किसानों को फसल तैयार होने पर अपने अनाज को घर के करीब ही रखने की सुविधा मिलेगी। इससे उनका ट्रांसपोटेशन खर्च बचेगा। किसान गोदाम में रखे गए अनाज को जब बाजार में अच्छा दाम मिलेगा तब बेच सकेगा। देशभर के बाजार में किसान अपने उत्पाद की ऑनलाइन बिक्री भी कर सकेगा। ऐसा होने पर किसानों को साहूकार अथवा खरीदार के पास उत्पाद पहुंचाने से भी राहत मिलेगी। गोदाम में रखे अनाज पर किसानों को बैंक से लोन भी मिल सकेगा, जो कि अनाज की बिक्री के बाद किसान अदा कर सकेगा। राज्य में अभी सिर्फ बुंदेलखंड में करीब दर्जन भर गोदामों में किसानों के लिए जगह आरक्षित है। अन्य तीन दर्जन नये गोदाम बन रहे हैं इनमें भी किसानों के लिए 20 फीसदी जगह आरक्षित की गई है।