चोपन स्थित हाइडिल कालोनी व बैरियर के पास बने कांशीराम आवास में अवैध तरीके से रह रहे 50 लोगों को प्रशासन ने खदेड़ दिया। दो दिन का अल्टीमेटम का समय सोमवार को पूरा होने पर प्रशासन ने आवासों को खाली कराया। इस दौरान प्रशासन को महिलाओं के प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। इससे प्रशासनिक अमले के हाथ पांव फूल गए। खाली कराने के दौरान आवास में रहने वाली महिलाओं ने वाराणसी-शक्तिनगर राजमार्ग जाम किया। पुलिस ने किसी तरह से समझाकर उन्हें हटाया तो वे सोन नद की धारा में जा पहुंची और प्रदर्शन करने लगी।
जिलाधिकारी के निर्देश पर दो दिन पहले आवास खाली कराने पहुंची राजस्व, नगर पंचायत व पुलिस की टीम ने अल्टीमेटम दिया था। इस अल्टीमेटम का समय रविवार को खत्म हो गया, इसके बावजूद अवैध तरीके से रह रहे लोगों ने आवास को खाली नहीं किया। नायब तहसीलदार रवि प्रजापति के नेतृत्व में नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी महेंद्र कुमार सिंह, डूडा के अधिकारी फोर्स के साथ सोमवार की सुबह 10 बजे पहले हाइडिल कालोनी स्थित कांशीराम आवास पहुंचे। यहां से अतिक्रमणकारियों से आवास खाली कराने के बाद टीम बैरियर के समीप कांशीराम आवास खाली कराने पहुंची तो महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया।
दर्जन भर से अधिक महिलाएं पास में स्थित शक्तिनगर वाराणसी मार्ग पर जा बैठी। इससे प्रशासनिक अमले के हाथ पांव फूल गए। मौके पर मौजूद प्रभारी निरीक्षक नवीन तिवारी ने किसी तरह से महिलाओं को समझा-बुझाकर हटाया तो आक्रोशित महिलाएं सोन नद जा पहुंची और पानी में खड़ी होकर प्रदर्शन करने लगी। यहां प्रशासनिक अमला पहुंचा तो महिलाओं ने पानी से निकलने की शर्त रख दी। उनका कहना था कि उन्हें आवास आवंटित किया जाए। नायब तहसीलदार व प्रभारी निरीक्षक ने आश्वासन दिया कि उनकी बातों को जिलाधिकारी तक पहुंचाया जाएगा। काफी मान मनव्वल के बाद महिलाएं पानी से निकली। नायब तहसीलदार रवि प्रजापति ने बताया कि यह कार्रवाई जिलाधिकारी के आदेश पर की जा रही है।