कहते हैं सच्चे मन से किसी के लिए प्रार्थना की जाए तो वह व्यर्थ नहीं जाती। सोमवार को ऐसे ही रोडवेज बस में प्रसव पीड़ी से तड़प रही एक महिला को देख कर एक बुजुर्ग महिला द्रवित हो गई। उसने भरी आंखों से ऊपर वाले को याद किया और महिला का बस में ही प्रसव करा दिया। ऊपर वाले की कृपा से प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों ठीक हैं। बस में बच्चा पैदा होने के कारण रोडवेज कर्मियों ने खुशी में उसका नाम महोबा डिपो रख दिया है।
मामला राठ की एक खानाबदोश महिला का है। सोमवार को वह जब असहनीय पीड़ा से कराहने लगी तो परिवार के लोगों ने एंबुलेंस को फोन किया। एंबुलेंस नहीं आई तो परिजन उसे रोडवेज बस से जिला चिकित्सालय ले जाने के लिए निकले। बस में भी महिला का दर्द कम नहीं हुआ और वह बराबर कराह रही थी। यह देख बस में मौजूद एक उम्र दराज महिला का दिल पसीज गया। उसने ऊपर वाले से जच्चा और बच्चा की सलामती की दुआ की और बस में पर्दा डालकर गर्भवती का प्रसव करा दिया।
रिवहन विभाग के कर्मचारियों ने भी तुरंत मामले की सूचना अपने अधिकारियों को दी और बिना देर किए बस को सीधे जिला चिकित्सालय लेकर पहुंच गए। यहां कुछ देर तक स्ट्रेचर के लिए इंतजार करना पड़ा। इसके बाद जच्चा बच्चा को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने दोनो को खतरे से बाहर बताया। यह खबर मिलते ही परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने मिठाई बांटकर खुशी मनाई और शिशु का नाम महोबा डिपो रख दिया।