उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि धान क्रय केंद्रों पर किसानों को कोई असुविधा न हो। प्रदेश में पहली अक्टूबर से धान खरीद शुरू होने जा रही है। इसके लिए 10 क्रय एजेंसियों को नामित किया गया है। इन एजेंसियों द्वारा कुल चार हजार क्रय केंद्र खोले जाएंगे।
आयुक्त खाद्य एवं रसद मनीष चौहान ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में 55 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही धान कामन के लिए 1868 प्रति कुंतल और ग्रेड-ए धान के लिए 1888 रुपये प्रति कुंतल समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि सभी क्रय एजेंसियों के अब तक कुल 2789 क्रय केन्द्र जिलाधिकारियों की तरफ से अनुमोदित कर दिए गए हैं। सभी जिलों में जिलाधिकारियों द्वारा प्रभारी अधिकारी धान खरीद की भी नियुक्ति कर दी गई है। राइस मिलों का पंजीयन भी किया जा रहा है। अब तक 1905 राइस मिलों का पंजीयन किया जा चुका है। साथ ही 1736 राइस मिलों की जियो टैगिंग भी कराई जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि खाद्य विभाग की विपणन शाखा (पंजीकृत सोसाइटी, मल्टी स्टेट को-आपरेटिव सोसाइटी एवं फारमर्स प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन/ कम्पनीज) के 900, राज्य खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम (एसएफसी) के 125, उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) के 1250, उत्तर प्रदेश को-आपरेटिव यूनियन(पीसीयू) के 275, राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद के 125, नेशनल एग्रीकल्चरल को-आपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन आफ इंडिया (नेफेड) के 95, एनसीसीएफ के 130 तथा भारतीय खाद्य निगम के 100 क्रय केंद्र खोले जाने हैं। उन्होंने बताया कि ई-उपार्जन पोर्टल की तैयारी पूरी हो चुकी है। अब तक 159818 किसानों का पंजीयन हो चुका है।