बिहार सीमा पर बारा गांव स्थित मदरसा इस्लाहिया में जमीयतुश्शबान की ओर से जलसे का आयोजन रविवार की शाम को किया गया। हाफिजे कुरान के दस्तारबंदी के मौके पर हाफिज अब्दुल्लाह अंसारी ने कहा कि कुरान की तालीम जितने लोगों तक पहुंचेगी मुल्क में उतने ही अमन-चैन, आपसी प्यार, मोहब्बत और भाईचारगी का माहौल बनेगा।
मौलाना सालिम अबु नस्त्र ने कहा कि कुरान केवल मुसलमान के लिए ही नहीं, दुनिया के इंसानों की रहनुमाई के लिए है। कहा कि अगर जिदगी और आखिरत में सफल होना चाहते हैं तो कुरान की रस्सी को मजबूती से पकड़ लो, क्योंकि हर जगह कुरान तुम्हारी रहनुमाई करेगा। तुम्हें दिग्भ्रमित होने से बचाएगा। जलसे को खिताब करने वालों में मौलाना अब्दुल्लाह, मौलाना अब्दुल अजीज आदि थे। मदरसा इस्लाहिया से तालीम हासिल कर बारा गांव के रिट्ठी मोहल्ला निवासी सेराज खां के बेटे इरबाज खां हाफिजे कुरआन हुए हैं। जलसे में उनकी दस्तारबंदी हुई। दुआओं के बाद देर रात जलसा संपन्न हो गया।