आलू के दामों में लगातार तेजी बनी हुई है। थोक बाजार में आलू 26-28 रुपये किलो तक पहुंच गया तो फुटकर बाजार में यही आलू 40 रुपये से ऊपर पहुंच गया। इसके साथ ही टमाटर जो बारिश के पहले थोड़ा नीचे आया था वह भी अपना रंग बदल रहा है।
फुटकर बाजार में यह उछलकर फिर 50-70 रुपये के आसपास पहुंच गया। इसी के साथ हरी सब्जियों में लौकी, कद्दू, भिंडी भी लगभग दुने दामों पर बिक रही है। कोरोना काल में काढ़ा पीने वालों की संख्या बढ़ने के साथ ही अदरक के दाम भी 20-30 रुपये प्रतिकिलो के भाव में इजाफा हो गया।
आवक और स्टोरेज आलू से बढ़े दाम
लॉकडाउन के दौरान 20 रुपये के भाव में बिक रहा आलू मौजूदा समय में 35-40 रुपये के भाव में बिक रहा है। दुबग्गा सब्जी मंडी के आढ़तिया शाहनवाज खान बताते हैं कि बैंगलुरु से आने वाला आलू की आवक कम हुई और स्टोर से आलू अभी बाजार नहीं पहुंच रहा है यही कारण है कि आलू के दाम बढ़ रहे हैं। वह बताते हैं कि चिप्सोना आलू थोक बाजार में 27 रुपये कुंतल के भाव में बिका। जबकि आलू की क्वालिटी भी अच्छी नहीं है।
टमाटर फिर उछला, अदरक 130 रुपये किलो
लॉकडाउन में टमाटर का दाम 100 रुपये तक पहुंच गया था लेकिन इसके बाद फिर 20-30 रुपये के आस-पास आ गया। इधर, चार-पांच दिनों में टमाटर फिर फुटकर बाजार में 50-70 रुपये तक पहुंच गया। इसी के साथ कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अदरक भी 90-100 रुपये से बढ़कर 130 रुपये तक पहुंच गई। वहीं कद्दू, लौकी और तरोई के दाम 40 रुपये तक पहुंच गए।