सड़क पर घूम रहे बेसहारा पशु आए दिन वाहनों के धक्के से घायल हो रहे हैं। इसे लेकर रविवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। इसके विरोध में सुबह बरही बाजार में ग्रामीणों ने एनएच-29 पर बांस-बल्ली रखकर जाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने एक ऑटो का शीशा भी तोड़ दिया। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। एक घंटा बाद 10 बजे पहुंची मरदह पुलिस ने लोगों को खदेड़कर जाम हटवाया। पशु विभाग के स्वास्थ टीम को बुलाकर घायल पशुओं का इलाज कराया। इसके बाद आवागमन बहाल हुआ।
ग्रामीणों का कहना था कि सैकड़ों की संख्या में गोवंश एनएच-29 पर बरही बाजार में बैठे रहते हैं। कई बार पशु विभाग से लेकर उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत की गई। इसके बावजूद पशुओं को आश्रय स्थल पर नहीं भेजा जा रहा है। इसे चलते सड़क हादसा में इजाफा हो रहा है। शनिवार की रात सड़क पर बैठे दो पशुओं को किसी अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। इससे दोनों पशुओं के पैर जख्मी हो गए। ग्रामीणों ने सुबह पशुओं की दुर्दशा देखा तो आक्रोशित होकर सड़क जाम कर दिया और उच्चाधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे। बाद में पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़कर जाम हटवाया।
वहीं पशु विभाग की स्वास्थ टीम ने घायल पशुओं का इलाज किया। ग्रामीणों ने चेताया कि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। इधर, थानाध्यक्ष शरदचंद त्रिपाठी ने बताया कि शासन द्वारा प्रतिबंध के दौरान सड़क जाम करना गलत है। जाम करने वाले लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।