मोक्ष दायिनी मां गंगा अपना रौद्र रूप अब दिखाने लगी है। गंगा का जलस्तर 10 दिन से लगातार बढ़ रहा है। इस क्रम में रविवार को भी गंगा का जलस्तर बढ़ने से बलुआ घाट पर महिला चेंजिंग रूम पूरी तरह डूबने के कगार पर पहुंच गया है। शव दाहगृह तक पानी पहंुच जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से तटवर्ती गांवों में बाढ़ व गंगा कटान की चिंता सताने लगी है। गंगा का जलस्तर इस समय पूरे उफान पर दिख रहा है। प्रतिदिन जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है।
बलुआ गंगा घाट की अधिकांश सीढ़ियां तक डूब गई है। वहीं तटवर्ती गांव कांवर, महुअरिया, बिषुपुर, महुआरी खास, सराय, बलुआ, डेरवा, महुअरकला, हरधन जुड़ा, विजयी के पूरा, गणेश पूरा, टांडाकला, बड़गांवा, तीरगांवा, हसनपुर, नादी निधौरा आदि गांवों के ग्रामीणों में बाढ़ की संभावना से दहशत बढ़ने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से गंगा कटान का दंश झेल रहे हैं। अब तक सैकड़ों एकड़ उपजाऊ भूमि गंगा में समाहित हो चुकी है। उधर, जिला प्रशासन का दावा है कि बाढ़ से निपटने का सारी तैयार कर ली गई है। अभी गंगा का जलस्तर खतरे से नीचे हैं। हालांकि संबंधित अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।