बिजली का बिल जमा कराने की जिम्मेदारी अब कोटेदारों को भी दी गई है। साथ ही जन सुविधा केंद्रों पर भी बिजली के बिल जमा किए जा सकेंगे। इसके लिए मीरजापुर, सोनभद्र, भदोही, जौनपुर, मऊ, गाजीपुर, चंदौली, आजमगढ़ आदि जिलों में विद्युत बिलों को जमा कराने के लिए शासन ने नया तरीका अपनाया है। इसके लिए बाकायदा प्रशिक्षण दिया गया है। इसके लिए उन्हें मशीन दी गई है जिसमें विद्युत कनेक्शन नंबर डालते ही प्रत्येक महीने का बिल निकल आएगा। इसके आधार पर बिल जमा कराने के बाद उन्हें रसीद भी देंगे। इसके लिए उन्हें 20 रुपये प्रति उपभोक्ता कमीशन मिलेगा।
गांव-गांव, शहर-शहर बिजली के बिल जमा कराने के नाम से शुरू की गई इस योजना से अब उपभोक्ताओं को बिजली का बिल जमा करने के लिए विद्युत उपकेंद्र नहीं जाना पड़ेगा और न ही घंटों लाइन में खड़े होने की जरूरत होगी। वे अपने गांव में ही खुले जन सुविधा केंद्र या कोटेदार के यहां पहुंचकर बकाए बिल को जमा कर लेंगे। इसके लिए बस उनको अपना विद्युत कनेक्शन नंबर कोटेदार को बताना होगा। इसके बाद कोटेदार विभाग की ओर से दी गई इलेक्ट्रानिक मशीन के माध्यम से उपभोक्ता का बिल निकालकर दे देगा।
आए हुए बिल को उपभोक्ता वहीं पर जमा कर ङ्क्षचताओं से मुक्त हो जाएगा। योजना के संचालन के लिए विद्युत विभाग की ओर से पूर्वाचल के लिए जिलों में एक लाख से अधिक कोटेदार व जन सुविधा केंद्र को हायर किया गया है। यही नहीं, बिल जमा करने के लिए उनको बाकायदा प्रशिक्षित भी किया गया है। विंध्याचल मंडल के जोन में 3200 कोटेदार व लगभग डेढ़ हजार जन सुविधा केंद्र से करार किया गया है। इसमें मीरजापुर में 1264, सोनभद्र 967 व भदोही में 973 कोटेदार लगाए जाएंगे। इसी प्रकार सोनभद्र में 78, मीरजापुर में 110 व भदोही में 72 जनसुविधा केंद्र खोले जा रहे हैं।