गंगा का जलस्तर शनिवार से घटने लगा है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है। इससे पहले शुक्रवार की शाम सात बजे तक गंगा जलस्तर 61.62 मीटर तक पहुंच गया था। शनिवार की सुबह आठ बजे तक आंकड़ा 61.57 मीटर था और दोपहर बाद 61.52 मीटर दर्ज किया गया। मंगलवार को गंगा जहां प्रति दो घंटे में एक सेमी बढ़ रही थीं वहीं बुधवार को प्रति घंटे में ही एक सेमी की रफ्तार से बढऩे लगीं। इसके कारण लोगों की धुकधुकी भी बढऩे लगी है। लोग अभी से ही सतर्क हो गए हैं।
70.26 मीटर है चेतावनी बिंदु, प्रशासन अब भी अलर्ट मोड में
सोमवार की शाम छह बजे वाराणसी में गंगा का जलस्तर जहां 60.83 मीटर ही था वहीं मंगलवार को यह आंकड़ा 61.11 मीटर पर पहुंच गया। इसके 26 घंटे के बाद बुधवार की रात आठ बजे जलस्तर 61.30 मीटर पर पहुंच गया। अगर यही स्थिति रही तो जल्द ही गंगा चेतावनी बिंदु (70.26) मीटर तक पहुंच सकती हैं। हालांकि प्रशासन भी अब अलर्ट मोड में आने लगा है।
लगातार डेढ़ पखवारे से हो रही बारिश से बढ़ने लगा था जलस्तर
लगातार डेढ़ पखवारे से हो रही बारिश का असर गंगा नदी पर भी पडऩे लगा है। बुधवार को बारिश नहीं होने के बाद भी जलस्तर की शाम पांच बजे से ही रफ्तार एक घंटे में एक सेमी हो गई। रविवार की शाम को जलस्तर जहां 60.72 मीटर था वहीं सोमवार की शाम को छह बजे तक बढकऱ 60.83 मीटर पर आ गया। केंद्रीय जल आयोग के मंगलवार की शाम को गंगा 61.11 मीटर पर पहुंच गई थीं। वहीं बुधवार को सुबह आठ बजे तक यह आंकड़ा 61.22 मीटर तक पहुंच गया। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार की सुबह गंगा घटाव पर आ गई।