मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कोविड-19 की सात लैब का लोकार्पण किया और जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का शुभारंभ किया। लखनऊ, गोंडा, मीरजापुर, बरेली, मुरादाबाद, वाराणसी व अलीगढ़ में बायो सेफ्टी लेवल (बीएसएल)-टू की इन लैब के खुलने के साथ ही अब सभी मंडलों में एक-एक जांच लैब स्थापित हो गई है। सीएम योगी ने इस अवसर पर कोरोना वायरस से मजबूती से मुकाबला कर लोगों की जान बचाने के अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि जल्द ही सूबे के हर जिले में कोरोना जांच के लिए एक लैब स्थापित की जाएगी। विश्व जनसंख्या दिवस पर शुरू हुआ जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 24 जुलाई तक चलेगा। इस बार इसकी थीम 'आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र व परिवार की पूरी जिम्मेदारी' है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब मार्च में कोरोना से संक्रमित पहला मरीज मिला था, तब रोज सिर्फ 60 नमूने ही जांचे जा सकते थे, अब प्रतिदिन 40 हजार जांच हो रही है। वहीं अब तक 11 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट हो चुका है। योगी ने कहा कि यूपी की सकल प्रजनन दर 2.7 है और देश की इससे कम 2.2 है। वहीं जनसंख्या घनत्व का सीधा संबंध मातृ व शिशु मृत्यु दर से है। ऐसे में जनसंख्या पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे, क्योंकि बेहतर कल व स्वस्थ जीवन के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण जरूरी है। साथ ही मृत्यु दर में भी कमी लाने के पूरे प्रयास होंगे।