मिनी महानगर में प्रदेशव्यापी प्रतिबंध का असर रविवार को भी रहा। हालांकि पहले दिन की अपेक्षा सड़कों पर वाहनों की आवाजाही अधिक रही। लोगों ने घरों से निकलने से परहेज किया। इसके चलते चट्टी-चौराहे व गलियां सूनी रहीं। प्रतिबंध का पालन कराने के लिए जगह-जगह पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। नगर व आसपास क्षेत्र में पुलिस चक्रमण करती रही।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शासन ने शुरूआती दिनों में ही कमर कस ली थी। यही कारण रहा कि जनता कर्फ्यू के बाद लगभग तीन महीने तक का लॉकडाउन कर दिया गया था। जब उस समय लॉकडाउन किया गया और लोगों को घरों में रहना पड़ा था तो हर कोई बेचैन हो गया था। लेकिन, धीरे-धीरे लॉकडाउन भी लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया था। लॉकडाउन का चरण बढ़ने से लोगों की दुश्वारियां भी बढ़ने लगी थी। इसके बाद अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई। इसमें लोगों को कई तरह की रियायतें दी गईं। हालांकि अनलॉक के दौरान देश में तेजी से संक्रमितों की तादाद बढ़ी।
इसको देखते हुए प्रदेश सरकार ने संपूर्ण प्रतिबंध का निर्णय लिया। शनिवार की सुबह से ही प्रदेश में प्रतिबंध लागू कर दिया गया था। चकिया तिराहे से लगायत नई सट्टी तक पुलिस कर्मी मुस्तैद रहे। दिन के साथ पुलिसकर्मियों ने रात में भी सक्रियता दिखाई। इस दरम्यान हर आने जाने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही थी। बिना मास्क लगाए बेवजह सड़क पर घूमने वालों का चालान काट दिया गया। धानापुर प्रतिनिधि के अनुसार : कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार ने शुक्रवार की रात 10 बजे से सोमवार को सुबह 5 बजे तक घोषित प्रतिबंध का असर क्षेत्र में देखने को मिला।