लॉकडाउन ने पूरे देश में चल रहे विकास कार्यों की रफ्तार रोक दी। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कल कारखानों का बंद कर दिया गया था। ऐसे में हर किसी को परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन, रेलवे ने हर मुश्किलों को पार किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के परिचालन विभाग ने कई कार्यों में तत्परता दिखाई। मालगाड़ियों की गति में 46 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 53 प्रतिशत की वृद्धि की गई। इससे रेलवे की आय में काफी सुधार हुआ। वहीं 1150 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का भार संभाला, सफर करने वाले प्रवासियों को खाना पानी देने के साथ चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई। इसके अलावा मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर लंबित कार्यों को पूर्ण कराया गया।
पूरे देश में हुए लॉकडाउन की अवधि में नियमित रेलगाड़ियों का परिचालन तो बंद था लेकिन मंडल के परिचालन विभाग ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों व देश के विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए पार्सल स्पेशल ट्रेनों एवं मालगाड़ियों का निर्बाध रूप से सफलतापूर्वक परिचालन निरंतर जारी रखा। मंडल के कर्मनाशा स्टेशन से 59 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया गया। इससे रेलवे को दो करोड़ पांच लाख रुपये की आय प्राप्त हुई। 678 रेक से हुई आवश्यक सामानों की आपूर्ति लॉकडाउन अवधि में पीडीडीयू मंडल विभिन्न गुड्स शेड, रेलवे स्टेशनों और नियंत्रण कार्यालयों के माध्यम से 24 घंटे कार्यरत रहा। अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन से पिछले वर्ष की तुलना में 61 प्रतिशत अधिक है।