घाघरा नदी का जलस्तर शुक्रवार को बिल्थरारोड में खतरा निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया और इसके जलस्तर में लगातार बढ़ाव जारी है। तुर्तीपार जल आयोग के अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को नदी का जलस्तर खतरा निशान 64.01 मीटर के सापेक्ष 64.130 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर है। नदी के जलस्तर में प्रति घंटा आधा सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ाव भी जारी है। जलस्तर के दबाव में शुक्रवार को तुर्तीपार मुक्तिधाम के समीप साहनी बस्ती का इलाका पूरी तरह से पानी से घिर गया।
यहां बना रास्ता नदी में डूब गया। इसी बस्ती में गणेश साहनी (80) की मौत के बाद ग्रामीणों द्वारा तीन फीट पानी से होकर शव को बाहर निकाला गया और नदी के पानी से घिरे मुक्तिधाम के ऊंचे टीले पर नदी के बीच में ही अंतिम संस्कार किया गया। गांव स्थित त्यागी बाबा के कुटी के सामने का मार्ग पूरी तरह से नदी में डूब गया है और तटवर्ती इलाकों के रिहायशी क्षेत्र से नदी की लहरें लगातार टकरा रही है। गांव निवासी अमित कुमार यादव, सचिन यादव, राकेश साहनी, अखिलेश कन्नौजिया आदि ने कटान से बचाव हेतु समय रहते उपाए न किए जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्थानीय प्रशासन से नदी से घिर रहे इलाकों के लोगों के बचाव एवं महामारी से बचने के लिए आवश्यक इंतजाम करने की मांग की है। वहीं तुर्तीपार, खैरा, शिवपुर मठिया, गुलौरा व टंगुनिया के तटवर्ती इलाकों में नदी का दबाव बढ़ गया है।