उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर कोरोना का विस्फोट हुआ। शहर में कोरोना संक्रमण की चपेट में सबसे अधिक युवा आए हैं। इसमें पुरुषों की संख्या सर्वाधिक है। वायरस धीरे-धीरे महिलाओं पर भी हमलावर हो रहा है। लिहाजा, उन्हें भी अलर्ट रहना होगा। राजधानी में शनिवार को आरपीएफ के तीन जवान समेत 11 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसमें एक मरीज दूसरे जनपद का है।
दस मरीजों में नौबस्ता, फूलबाग व न्यू हैदराबाद निवासी तीन महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा तीन आरपीएफ के जवान हैं। एक निजी अस्पताल का वार्ड ब्वॉय है, यह सीतापुर रोड पर रहता है। इसके साथ ही महात्मा गांधी मार्ग निवासी एक युवक में वायरस की पुष्टि हुई है। एक अन्य मरीज 50 वर्षीय केजीएमयू में भर्ती किया गया है। वहीं एक की बलरामपुर अस्पताल में मृत्यु हुई है। 11वां मरीज मऊ निवासी संक्रमित पाया गया है। यह लोहिया संस्थान में पिता का इलाज कराने गया था। तीन दिन पहले पिता में भी वायरस की पुष्टि हुई थी।
आरपीएफ के तीन जवान और कोरोना पॉजिटिव
इनमे दो चारबाग पोस्ट और एक मालगोदाम चौकी पर तैनात थे। इनमे कोई लक्षण नहीं थे। तीनों उसी बैरक में रहते थे, जहां से चार जून को एक आरपीएफ जवान पॉजिटिव पाया गया था। अब आरपीएफ में कुल पॉजिटिव की संख्या छह हुई है।
442 हुई मरीजों की संख्या, नहीं लगा रहा ब्रेक
शहर में संक्रमित मरीज 442 हो गए हैं। सात मई से शहर में कोरोना के केस लगातार आ रहे हैं। एक भी दिन बीच में वायरस की चेन ब्रेक नहीं हुई है। यह चिंताजनक है।