स्थानीय रेलवे स्टेशन के आरक्षित टिकट के लिए एक ही काउंटर खुलने के कारण बर्थ बुक कराने और टिकट वापसी कराने वाले यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हो रहा था। यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए दैनिक जागरण ने नौ जून को पेज नंबर चार पर 'रेलवे काउंटर पर उड़ रही शारीरिक दूरी की धज्जियां' की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर को संज्ञान में लेते हुए रेलवे प्रशासन ने दूसरे दिन से ही दूसरा काउंटर खोलने के लिए निर्देश जारी कर दिया।
लॉकडाउन के चलते रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों को पूर्ण रूप से 22 मार्च से बंद कर दिया था। ऐसे में मुंबई, कोलकाता, हरियाणा, पंजाब, लुधियाना, चेन्नई, हावड़ा, सूरत, गुजरात, जबलपुर के लिए विभिन्न ट्रेनों से जाने के लिए अपने-अपने लिए यात्रियों ने बर्थ बुक कराया था। वही रेलवे प्रशासन ने बर्थ बुक कराने वाले यात्रियों को सहूलियत देते हुए उनका पूरा का पूरा किराया वापस करने के लिए भी फरमान जारी कर दिया, हालांकि लॉकडाउन के चलते कांउटर बंद होने के कारण टिकट वापसी नहीं हो रही थी।
इसी बीच रेलवे प्रशासन ने दो सौ स्पेशल ट्रेन चलाने के साथ 22 मई से आरक्षण काउंटर को खोल दिया और टिकट वापसी करने वालों को भीड़ जुटने लगी। टिकट वापसी करने के लिए जिले के अलावा भदोही व सोनभद्र जनपद से लोग पहुंचने लगे और शारीरिक दूरी का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा था। टिकट वापसी को रुपये पड़े कम