कोरोना वायरस के संकट से ठहरा हुआ रेल का चक्का एक बार फिर घूमने को तैयार है। सोमवार लॉकडाउन के बीच ट्रेनों का परिचालन होगा। पूरे भारत में दो सौ ट्रेनों के चलाने का निर्णय है जबकि पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल में अप व डाउन में कुल 20 जोड़ी ट्रेनें फर्राटा भरेंगी। मंडल में अप व डाउन की 12 ट्रेनें प्रतिदिन चलेंगी जबकि सप्ताह में दो दिन दो ट्रेनें, सप्ताह में चार दिन दो ट्रेनें और सप्ताह में दो दिन दो ट्रेनें रेल पटरी पर दौड़ेंगी। इसके अलावा दो ट्रेनें साप्ताहिक हैं। यह ट्रेनें दिल्ली, हावड़ा, पटना, रांची सहित अन्य स्टेशनों से रुकते व होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचेंगी। लगभग ढाई महीने बाद जंक्शन पूरी तरह गुलजार होगा। सुरक्षा की दृष्टि से जवान भी मुस्तैद रहेंगे।
लॉकडाउन की वजह से ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी गई थीं। केवल खाद्यान्नों की आपूर्ति के लिए मालगाड़ियों का परिचालन किया जा रहा था और श्रमिकों के लिए स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं। लॉकडाउन के पांचवें चरण में स्थगित ट्रेन सेवाओं को आंशिक रूप से बहाल करने का निर्णय लिया गया है। अब एक जून से ट्रेनें फर्राटा भरेंगी। ट्रेनों का परिचालन होने से लोगों को सहूलियत होगी। ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को जंक्शन पर तैनात जवान शारीरिक दूरी का पालन कराएंगे जबकि यात्रियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। यात्री की जांच के बाद ही उन्हें यात्रा की अनुमति मिलेगी। प्रतिदिन चलेंगी ये ट्रेनें