अनलॉक-1 में शासन की गाइडलाइन के अनुसार सोमवार को धर्मस्थलों का ताला खुला। वहीं मॉल, सिनेमा हाल व रेस्तरां भी खोले गए। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालु भगवान के दर्शन-पूजन में लगे रहे। इससे मंदिर गुलजार दिखे। रेस्तरां खुलने पर दो माह बाद लोगों ने लजीज व्यंजनों का स्वाद चखा। इससे बाजार में चहल-पहल दिखी।
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर देश में 24 मार्च से लॉकडाउन लागू था। धर्मस्थलों, होटल, रेस्तरां, मॉल, सिनेमा हाल समेत सार्वजनिक स्थलों पर ताला लटक गया था। शासन ने अनलॉक-1 में धर्मस्थलों के साथ ही सार्वजनिक स्थानों को खोलने की अनुमति दे दी। इस पर सोमवार से मंदिरों का ताला खुला। वहीं रेस्तरां, मॉल, सिनेमा हाल खुले। पहले दिन मंदिर खुलते ही श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंच गए। वहीं रेस्तरां व मॉल में भी ग्राहकों की आमदरफ्त दिखी। हालांकि संक्रमण का खतरा अभी तक टला नहीं है। इसके चलते एहतियात बरती जा रही है। मंदिर में एक बार में सिर्फ पांच लोगों को ही अंदर जाने दिया जा रहा है। वहीं प्रतिमा व घंट-घड़ियाल को स्पर्श करने पर रोक रही।
पुजारियों व मंदिर प्रशासन की ओर से लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करने व कोरोना से बचाव के सुझावों पर अमल करने को जागरूक किया गया। रियायत के बाद मंदिरों के बाहर फूल-माला और पूजा सामग्री बेचकर गृहस्थी चलाने वालों ने भी राहत महसूस की है। रेस्तरां में भी सतर्कता देखने को मिली। शारीरिक दूरी का पालन कराने के उद्देश्य से एक मीटर से अधिक दूरी पर कुर्सियां व टेबल लगाए गए थे। वहीं ग्राहकों से भी आपस में दूरी बनाकर रहने की अपील की गई। हालांकि जिला प्रशासन का ई-पेमेंट का निर्देश कारगर साबित नहीं हुआ, क्योंकि अधिकतर ग्राहक ऑनलाइन पेमेंट के माध्यमों का इस्तेमाल करना नहीं जानते थे, ऐसे में रेस्तरां संचालकों को कैश लेना पड़ा।