सोमवार की शाम गुप्त सूचना के आधार पर कोरानसराय पुलिस पीडीएस के अनाज लदे एक पिकअप को खरीद फरोख्त करनेवाले साहुकार के दरवाजे से जब्त कर थाने लाई। हालांकि, इस मामले में विभागीय अधिकारी दो दिन से जांच-पड़ताल के नाम पर अरियांव से कोरानसराय तक भ्रमण करने के पश्चात आपूर्ति पदाधिकारी अंशु रानी ने इसका खुलासा किया कि पिकअप पर लदा चावल पीडीएस का है, लेकिन इसे जन वितरण प्रणाली के दुकानदार नहीं बल्कि लाभार्थियों से खुदरा में खरीदकर कोरानसराय के गल्ला व्यवसायी रामेश्वर साहु को बेचा गया है।
जबकि, गेहूं किसानों से खरीद कर लाया गया है। वरीय अधिकारियों के निर्देश के बाद गल्ला व्यवसायी के दरवाजे से अनाज जब्त होने के बाद इलाके में चर्चा है। सनद रहे कि, सोमवार की शाम वरीय अधिकारियों द्वारा कोरानसराय पुलिस को सूचना दी गई कि गरीबों का हक कालाबाजार के लिए जा रहा है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस द्वारा अनाज लदे पिकअप को जब्त कर लिया गया।
औने-पौने मूल्यों पर अनाज खरीद रहे व्यवसायी
लॉकडाउन को देखते हुए प्रधानमंत्री ने अंत्योदय और पीएचएच कार्डधारियों को मुफ्त में खाद्यान्न वितरण करने के निर्देश जारी किए है। इसके लिए जिले के सभी खाद्यान्न वितरकों को नियमित खाद्यान्न वितरण के साथ-साथ अतिरिक्त तौर पर मुफ्त में वितरित किए जाने वाला खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा चुका है। लेकिन, कोरोना राहत के अनाज पर कालाबाजार का संक्रमण यहां भी हावी हैं। प्रति यूनिट पांच किलो अनाज मिलने से कई ऐसे परिवार हैं, जिनके यहां परिवार के सदस्य कहीं बाहर हैं और अनाज जरूरत से ज्यादा हो गया है। अनाज व्यवसायी ऐसे परिवार को चिह्नित कर औने-पौने मूल्यों पर गरीब लाभार्थियों का अनाज खरीद रहे हैं।