अनलॉक-1 में सरकारी अस्पतालों की सामान्य सेवाएं पटरी पर लौटने लगी हैं, लेकिन मरीज अभी सहमे-सहमे हैं और बहुत जरूरी होने पर ही अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं। 9 जून को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आउटडोर सेवा शुरू होने के बाद मरीज तो आ रहे हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण को ले उनका डर भी साफ दिख रहा हैँ। चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी सेवा शुरू होने के बाद से शनिवार तक पांच दिनों में औसतन 35-40 मरीज ही पहुंचे। इनमें भी ज्यादातर प्रसूति महिलाओं की संख्या रही।
ओपीडी में कार्यरत चिकित्सक डॉ. मणिपाल ने बताया कि सामान्य मरीजों के साथ प्रसूति महिला अपनी जांच कराने आती हैं। लगभग दो लाख लोगों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने वाला यह सरकारी अस्पताल है। चिकित्सक ने बताया कि अस्पताल में ओपीडी सेवा 9 जून से प्रारम्भ किया गया। पहले दिन जानकारी के अभाव में 20 मरीज ही पहुंचे। 10 जून को कुल 50 मरीज आए। जिसमें 9 प्रसूति और 41 मौसमजनित बीमारी से पीड़ित थे। दूसरे दिन 45 मरीज पहुंचे। जिसमें पांच प्रसूति मरीज थीं। शुक्रवार और शनिवार को औसत कम रहा। 27 व 25 मरीज में आठ-आठ प्रसूति महिला जांच को आई। चिकित्सक ने बताया कि मरीजों के कम आने से शारीरिक दूरी के नियमों का पालन भी अच्छे से हो रहा है।