कोरोना को लेकर देशभर में हुए लॉकडाउन में जनपद में भी बिहार से सटने वाली सीमा को सील कर दिया गया था। अब एक जून से अनलॉक-0.1 के बाद सर्वत्र आवागमन की पांबदी हटा दी गई। सोमवार को पहले दिन से ही यूपी-बिहार की सीमा से सन्नाटा छट गया। आवागमन शुरू हो गया। एक-दूसरे जनपदों से सामान लाकर बेचने वाले व्यापारी भी इस व्यवस्था से काफी खुश हैं। हालांकि शारीरिक दूरी के नियमों की हर तरफ जमकर धज्जियां उड़ती दिखी। बलिया के भरौली में बिहार के बक्सर की सीमा सटती है, वहीं मांझी के जयप्रभा सेतु के माध्यम से छपरा का बलिया से मिलन होता है। इसी तरह जनेश्वर मिश्र सेतु और महुली पीपा पुल के माध्यम से आरा भोजपुर जाने का मार्ग है।
इसके अलावा सिकदरपुर पीपा पुल और सुरेमनपुर सरयू नदी पार कर बिहार के सिवान जनपद में जाने का मार्ग है। उक्त सभी स्थानों से अब एक दूसरे जनपदों में जाने का रास्ता सुगम हो गया है। महुली के पीपा पुल से आरा के कई व्यापारी अपने सामानों की बिक्री करने बलिया की सीमा में पहुंचे थे। -जयप्रभा सेतु से जुड़ा बलिया और छपरा
लगभग दो महीने तक लॉक डाउन के चलते आवागमन बाधित रहने के बाद सोमवार को शासन के निर्देश पर उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा पर स्थित जयप्रभा सेतु को वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया गया। अब रोज की भांति बिना रुकावट वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है, लेकिन बैरिया क्षेत्र के कुछ इलाके अभी भी कंटेनमेंट जोन में चल रहे हैं, इस वजह से पहले दिन भारी वाहनों की भीड़ पुल पर नहीं दिखी। वहीं दूसरी ओर अब प्रवासी कामगारों के आने-जाने का सिलसिला लगभग थम सा गया है। यूपी-बिहार पुल के दोनों सिरों पर पुलिस ने बैरियर बांध रखे थे, वह बैरियर भी सोमवार को खोल दिए गए हैं। बक्सर-बलिया में भी स्थापित हुए रिश्ते