केरल के मल्लपुरम में हथिनी को बेरहमी से मारने की घटना ने न सिर्फ इंसानों को बल्कि जीवों को भी हिलाकर रख दिया है।
बलिया के अप्पू हाथी ने केरल सरकार से हथिनी को मौत के घाट उतारने वालों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। यहां के एक मठ में अप्पू हाथी बचपन से ही रह रहें हैं। मठ के महंत और महावत लक्ष्मण ने बताया कि गुरुवार को अप्पू अन्य दिनों की तुलना में बहुत शांत व गंभीर रहा। उसने भोजन भी उत्साहपूर्वक ग्रहण नहीं किया बल्कि बहुत ही अनमने ढंग से दबाव देने पर लिया। ऐसा लगा, मानो अप्पू केरल में हथिनी की नृशंस पूर्वक की गई हत्या से काफी मर्माहत हो।
लक्ष्मण ने बताया कि हाथियों के साथ देश में बहुत क्रूर व्यवहार किया जा रहा है। सरकार ने यदि अविलंब हाथियों की सुरक्षा के लिए कारगर कदम नहीं उठाया तो इस जीव का भी अस्तित्व मिट जाएगा। बोले, देश में हाथी दांत के लिए पिछले कई दशकों से हाथियों की हत्या हो रही है। यही वजह है कि देश में हाथियों की संख्या काफी कम हो गयी है। कहा कि हाथी भगवान गणेश के स्वरूप हैं, जिसे सभी पूजते हैं। अप्पू हाथी भी बचपन से ही मठ में रहता आया है जो सभी के लिए एक परिवार के सदस्य के समान है।