आखिरकार पूर्वोत्तर रेलवे में पिछले दो साल से चल रही सहायक लोको पायलट की भर्ती प्रक्रिया का पटाक्षेप हो ही गया। मामले को संज्ञान में लेते हुए रेलवे बोर्ड ने 1681 पद के सापेक्ष उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।
पूर्वोत्तर रेलवे जारी की 1579 अभ्यर्थियों की सूची
रेलवे बोर्ड ने कहा है कि पूर्वोत्तर रेलवे में पद के सापेक्ष तैनाती पूरी होने के बाद शेष अभ्यर्थियों को दूसरे जोन में समायोजित किया जाए। दूसरे जोन को भी निर्देशित किया है कि वे पूर्वोत्तर रेलवे को रिक्त पदों की संख्या बता दें। ताकि समायोजन की प्रक्रिया शुरू की जा सके। फिलहाल, पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने कुल 1579 अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है।
पूर्वोत्तर रेलवे में बढ़ गए 447 पद, पता चला तो शुरू हुई जांच
तीन फरवरी 2018 को 1234 पद पर सहायक लोको पायलटों की तैनाती के लिए विज्ञापन निकला। 20 सितंबर को 447 की संख्या और जुड़ गई। रेलवे ने आंख मूंद कर तीन चरणों में परीक्षा भी पूरी करा ली। मेडिकल के बाद 1377 की सूची जारी कर दी। दूसरे पैनल में 202 अभ्यर्थी जुड़ गए। जब रेलवे को अपनी गलती का अहसास हुआ तो 1099 अभ्यर्थियों का मंडल आवंटित कर हाथ खड़ा कर लिया। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन का कहना है कि इससे अधिक उसके पास सहायक लोको पायलटों के पद ही नहीं हैं। शेष अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए भर्ती बोर्ड का चक्कर लगाने लगे। अंतत: रेलवे बोर्ड को गुहार लगाई तो बात बनी। फिलहाल, मामले की जांच शुरू हो गई है।