मिर्जापुर के हलिया इलाके में भारी बरसात से अदवा जलाशय लबालब हो गया। बांध की क्षमता और भविष्य में होने वाली बरसात को देखते हुए सिचाई विभाग के इंजीनियरों ने बांध के गेट को खोल दिया। यहां लगभग सात हजार क्यूसेक प्रति घंटे की रफ्तार से पानी निकाला जा रहा है। वहीं किसानों का कहना है कि नहरों को संचालित कर दिया जाता तो यह पानी बर्बाद न होता और बरसात न होने पर किसानों को धान की नर्सरी की सिंचाई करने में मदद मिलती।
सोमवार को भी दोपहर बाद जिला मुख्यालय पर तो हल्की बरसात हुई पर हलिया इलाके में जमकर बरसात हुई। इससे अदवा बांध लबालब हो गया। इस बांध की क्षमता 191.65 क्यूसेक है। सिंचाई विभाग के इंजीनियरों के मुताबिक बांध में 180.50 क्यूसेक पानी पहले से ही था। बरसात होने से बांध खतरे का बिंदू पार कर गया।लिहाजा बांध को सुरक्षित रखने के लिए इंजीनियरों ने दो गेट को खोल कर अदवा नदी में पानी निकाल रहे है। बांध से छोड़े गए पानी को देखने के लिए हलिया बाजार के लोग पुल पर खड़े होकर नदी के उफान को देख रहे है।