कोविड-19 के मद्देनजर रेलवे बोर्ड नया फैसला कर सकता है। इसके तहत छोटे स्टेशनों पर अब एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं हो सकता है। इसको लेकर बोर्ड के नीतिगत फैसला लेने वाले अधिकारियों के बीच मंथन हो रहा है। इस बाबत स्थानीय स्तर से भी जरूरी प्रस्ताव बोर्ड को भेजे गए हैं। तर्क है कि छोटे स्टेशनों पर कोविड-19 के दृष्टिगत जांच की पर्याप्त सुविधा नहीं होगी। इससे संक्रमित यात्री ट्रेन से सफर कर सकता है। इसे देखते हुए छोटे स्टेशनों के यात्रियों को लोकल व डेमू जैसी ट्रेनों से बड़े स्टेशनों तक आना हो सकता है ताकि लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों में सवार होने से पहले उनके स्वास्थ्य की जरूरी जांच की जा सके।
राजनीतिक बवाल से लग रहा डर
कोविड-19 को देखते हुए ऐसे प्रस्ताव पर निर्णय लेने के लिए रेल अफसरों को राजनीति बवाल से डर लग रहा है। अब तक देखा गया है कि एक्सप्रेस ट्रेनों के छोटे स्टेशनों पर ठहराव के लिए राजनीतिक पार्टियों से जुड़े लोग प्रदर्शन व हंगामा करते रहे हैं।
महाकाल व बेगमपुरा ट्रेनों का संचालन
जल्द ही नियमित तौर पर चलने वाली बेगमपुरा व महाकाल जैसी ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो सकता है। इसके लिए एक जुलाई की तारीख तय करने पर मंथन चल रहा है। यह फैसला नियमित स्पेशल ट्रेनों के परिचालन की रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा।