कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने प्रकृति के महत्व को न सिर्फ समझा दिया है बल्कि लोग पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग भी हुए हैं। इसलिए प्रदेश सरकार द्वारा इस बार होने वाले पौधारोपण महाभियान में आम लोगों को भी जोडऩे की योजना बनाई गई है। रिकार्ड पौधारोपण के दौरान मीरजापुर मंडल में एक करोड़ 40 लाख 56 हजार से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे। इनमें भी गुणकारी सहजन व अन्य औषधीय पौधों को वरीयता दी जाएगी।
प्रदेश सरकार इस बार भी रिकार्ड पौधारोपण कराने जा रही है। जुलाई में होने वाले इस अभियान के तहत मीरजापुर मंडल को एक करोड़ 40 लाख 56 हजार पौधे रोपने का लक्ष्य दिया गया है। मीरजापुर, भदोही व सोनभद्र जिलों के जिलाधिकारी को 14 विभागों को पौधारोपण का लक्ष्य देने के लिए निर्देशित किया गया है। जनपद में पौधारोपण के लिए पहली बैठक जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल की अध्यक्षता में हो चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा लक्ष्य वन विभाग को दिया गया है। जनपद के मडि़हान वन रेंज व हलिया वन रेंज में करीब 36 लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं जो अभियान के दौरान रोपे जाएंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक सभी की सहभागिता से पौधारोपण को पूरा किया जाएगा। आम लोगों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरुक करने का भी अभियाना जिला प्रशासन द्वारा चलाया जाएगा।
सहजन एक, गुण अनेक
इस बार बार सहजन का पौधा विशेष रुप से ज्यादा लगाया जाएगा क्योंकि इसे औषधीय रुप से काफी समृद्ध माना जाता है।विशेषज्ञों की मानें तो सहजन के पौधे में 92 न्यूट्रीशंस, 46 एंटीआक्सीडेंट, 36 एंटीइंफ्लामेट्री व 18 अमीनो अम्ल पाए जाते हैं।इतना ही नहीं सहजन का पत्ता दुधारु पशुओं के लिए भी लाभकारी है और इससे न सिर्फ दूध का फैट बढ़ता है बल्कि दुग्ध का उत्पादन भी 40 से 65 फीसद तक बढ़ जाता है।