बिहार के गया जिला में वजीरगंज के प्राणपुर गांव के बाशिंदे खुद के परिश्रम और खर्च से सड़क निर्माण में जुटे हैं। जन प्रतिनिधियों और अफसरों से फरियाद कर थक चुकने के बाद ग्रामीणों ने एक किलोमीटर लंबी सड़क बनाने की ठानी है। वह सफर अभी तक पगडंडियों के सहारे है। सड़क की लंबाई-चौड़ाई और निर्माण की अनुमानित लागत कितनी आएगी। राशि का बंदोबस्त कैसे होगी। ग्रामीणों को इसकी चिंता सता रही है। उन्हें कौन-कौन मदद करेंगे, इस पर मंथन चल रहा है। बता दें कि रोहतास और कैमूर में मंदिरों तक आने-जाने के लिए पथरीली जमीन को काटकर ग्रामीण खुद लंबी सड़कें बना चुके हैं। उन सड़कों से अब सरकार के वाहन भी गुजर रहे हैं।
दरअसल, वजीरगंज स्थित गांव तक संपर्क मार्ग बनवाने के लिए सरकार से कई बार फरियाद कर चुके ग्रामीण थक-हारकर अब खुद के बूते सड़क के निर्माण कार्य में जुट गए हैं। जिले के वजीरगंज प्रखंड की तरवां पंचायत के प्राणपुर गांव जाने के लिए कुहरी आहर से गांव के सामुदायिक भवन तक करीब एक किमी की दूरी ग्रामीण पगडंडियों के सहारे तय करते थे या फिर गांव पहुंचने के लिए दूसरे रास्ते से तीन किमी घूमकर जाना पड़ता था।