लॉकडाउन के कारण परदेस से घर लौटे प्रवासियों को एक जून से दो माह तक निश्शुल्क गेहूं, चावल और चना दिया जाएगा। इसके लिए प्रवासियों का यहां स्कैनिंग सेंटर पर पंजीकरण जरूरी है। प्रशासन को सूचना दिए बगैर घर पहुंचे लोगों को राशन नहीं मिलेगा।
जिला पूर्ति अधिकारी दीपक वाष्र्णेय ने बताया कि लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही जरूरतमंद व गरीबों का राशन कार्ड बनाया जा रहा है। अभी तक 4279 नए राशन कार्ड बनाने संग नए कुल 31099 यूनिट जोड़े गए हैं। जिले में कुल करीब 39 हजार प्रवासियों की सूची तैयार है। इसमें नगरीय क्षेत्र में 1600 प्रवासी आए हैैं लेकिन मात्र 10 लोगों ने ही राशन व कार्ड की इच्छा व्यक्त की। प्रवासियों में काफी लोगों के नाम पहले से ही परिवार के राशन कार्ड में दर्ज हैं। जिनके नाम नहीं हैं उनको अस्थाई कार्ड दिया जा रहा है।
पहले से कार्ड में नहीं होने पर संबंधित प्रवासी को अस्थाई कार्ड जारीकर प्रति यूनिट पांच किलोग्राम राशन निश्शुल्क दो महीने तक दिया जाएगा। इसमें तीन किग्रा गेहूं व दो किग्रा चावल होगा। यह सुविधा स्कैनिंग सेंटर पर पंजीकरण कराने वाले सभी लोगों के लिए है।