मनरेगा मजदूरी के भुगतान समेत अन्य मांगों को लेकर क्षेत्र के मधुवन गांव की दर्जनों महिलाओं ने सोमवार को मुख्यालय स्थित धरनास्थल पर प्रदर्शन किया। ग्राम पंचायत व ब्लाक प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया। सूचना के बाद सदर कोतवाल गोपाल गुप्ता मौके पर पहुंचे। समझाकर शांत कराया। महिलाओं ने तहसीलदार फूलचंद यादव को प्रार्थना पत्र सौंपकर गुहार लगाई। वहीं शीघ्र मजदूरी का भुगतान न होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी।
उनका कहना रहा कि वर्ष 2017-18 में आवंटित प्रधानमंत्री आवास के निर्माण में काम किया था, लेकिन आज तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया। इसके अलावा गांव में मनरेगा के तहत तालाब खोदाई के कार्य की भी मजदूरी नहीं मिली। गांव में काफी संख्या में पात्रों को अभी तक शौचालय का लाभ नहीं मिला है। वहीं कई लोगों के शौचालय अभी तक आधे-अधूरे हैं। किसी की दीवार खड़ी हो गई तो छत नहीं पड़ी है। वहीं कई शौचालयों का उपयोग नहीं हो रहा है। कहा, सीएम आवास योजना के निर्माण की मजदूरी भी नहीं मिली है।
इसको लेकर जब ग्राम प्रधान, पंचायत मित्र और ब्लाक के अधिकारियों से शिकायत की गई तो कोई सुनवाई नहीं की गई। वहीं डांट-फटकार कर वापस भगा दिया गया। इसके चलते पिछले दो साल से दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। तहसीलदार ने भरोसा दिलाया कि संबंधित अधिकारियों से बात कर मजदूरी का भुगतान हर हाल में कराया जाएगा। महिलाओं ने शीघ्र मांग पूरी न होने पर आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी। ऊषा, गोपाल, रीता, मालती, फेकू, वनवासी, फूला, प्रभावती, चंद्रप्रकाश आदि मौजूद थे।