नौबतपुर में कर्मनाशा नदी पर बने वैकल्पिक डायवर्जन पुल पर शनिवार को सरसों तेल लदा ट्रक पलट कर रिहायशी आवास के पास पहुंच गया। गनीमत रही कि घर के बाहर कोई मौजूद नहीं था। मार्ग पर तेल के कार्टन बिखर गए। ग्रामीणों ने घायल चालक को सैयदराजा स्थित नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजवाया। इससे नाराज लोग सड़क पर उतर आए, काफी देर हो हल्ला किया, मार्ग पर रेलिग लगवाने की मांग की। थाना प्रभारी ने नाराज लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ गए। अंत में एसडीएम सदर ने बजरिए मोबाइल लोगों को समझाया और रेलिग लगवाने के साथ ही किसानों को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया।
छत्तीसगढ़ से सरसों का तेल लादकर डेहरी ऑनसोन जा रहा ट्रक डायवर्जन पुल के पास पलट गया। पुल के नीचे रहने वाले ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए और चक्काजाम करने की कोशिश की। आरोप लगाया कि डायवर्जन बनने के पांच महीने बाद भी अभी तक इस पर रेलिग नहीं लगाई गई है। उन किसानों को मुआवजा भी नहीं मिला है जिनकी कीमती जमीन पुल निर्माण में चली गई है, जबकि तत्कालीन एसडीएम ने एक हफ्ते में ही भुगतान का वादा किया था। किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। सड़क जाम की सूचना पर कोतवाल संतोष राय मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाने लगे, लेकिन ग्रामीण उच्चाधिकारियों को बुलाने पर अड़ गए। कोतवाल ने ग्रामीणों की फोन पर एसडीएम सदर से वार्ता कराई। उन्होंने भुगतान कराने और डायवर्जन पर रेलिग बनवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीण मान गए और मार्ग पर आवागमन शुरू हो गया।