नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन विभा देवी ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर नगर परिषद बोर्ड को अक्षम तथा कर्तव्यहीन बताते हुए बोर्ड पर मनमानी करने का आरोप लगाया। विपक्षी पार्षदों के साथ प्रेसवार्ता के दौरान 6 जून को बजट की बैठक को असंवैधानिक बताते हुए गोलमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किसी पार्षद को बोर्ड द्वारा आय-व्यय तथा खर्च की जानकारी नहीं दी गई।
पार्षदों को सिर्फ पुरुष रीडिग बुक पर हस्ताक्षर करने के लिए बुलाया गया था। 15 फरवरी के बजाय जून में बुलाई गई बैठक को नगरपालिका अधिनियम के खिलाफ बताते हुए पूर्व चेयरमैन ने कहा कि नगर परिषद से बैठक तथा प्रेसवार्ता के लिए टाउन हॉल मांगा गया था। लेकिन, नगर परिषद बोर्ड द्वारा विपक्ष को टाउन हॉल निर्गत नहीं किया गया। विपक्षी पार्षदों का कहना है कि नप बोर्ड में पार्षदों की उपेक्षा हो रही है। जो भी काम हो रहे हैं वे नियम विरुद्ध है। पार्षद पहले से ही बोर्ड की बैठक में लिए गए प्रस्ताव को तत्काल कार्यवाही पुस्तिका में दर्ज करने तथा विभागीय स्तर पर प्राप्त निर्देशों का जानकारी पार्षदों को देने संबंधी अन्य कई मांग करते रहे हैं।
पूर्व मुख्य पार्षद ने बताया कि बजट की बैठक 5 जून को बुलाई गई थी। लेकिन, 6 जून को बोर्ड की बैठक संपन्न हुई। जो अधिनियम की धारा 49 के विपरीत है। उन्होंने बताया कि स्थगन के 72 घंटा पूर्व बैठक कराने का प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि बजट की बैठक में गत वर्ष, वर्तमान वर्ष तथा आगामी वर्ष का आय-व्यय रहता है। मौके पर पूर्व उप मुख्य पार्षद उषा सिंह, नसीम अंसारी, मोहम्मद कसमुद्दीन, बैजंती देवी, संतोष कुमार, सोनू कुमार, हरिशंकर ततवा तथा पार्षद प्रतिनिधि मोहम्मद जियाउल हक उपस्थित थे।