थाना क्षेत्र के सियावां गांव में दिल्ली में नौकरी करने वाले गांव निवासी नंदू कश्यप के बाइक से शुक्रवार की शाम घर पहुंचने पर गांव में हड़कंप मच गया। हालांकि उसने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। एक तरफ उनके परिवार वाले उनके घर आने पर खुश थे तो वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों में दहशत का माहौल था। ग्रामीण इस बात को लेकर भयभीत हैं कि कब किसे संक्रमण निकल जाए। हर तरफ यहीं चर्चा थी कि देश में दिल्ली की गिनती सबसे अधिक कोरोना से संक्रमित राज्यों में की जा रही है।
बावजूद इसके शासन-प्रशासन के कड़ी सुरक्षा के बीच बिना जांच कराए यह परदेशी घर कैसे वापस आ जा रहे हैं। इस संबंध में नंदू ने बताया कि लॉकडाउन के कारण कार्य ठप हो गया। रहने व भोजन की समस्या खड़ी हो गई तो घर लौटने को विवश होना पड़ा। हालांकि इनके घर वापसी की मजबूरी बिल्कुल जायज है, लेकिन जिस तरह परदेशियों की वापसी हो रही है। उससे कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को भी बल मिल रहा है।
नंदू अपने परिवार से मिलने की बजाय गांव के बाहर पोखरी स्थित अपने आवास पर रह रहे हैं। रविवार की सुबह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाकर उन्होंने अपनी जांच भी करवाई। नंदू खुद को क्वारंटाइन कर अन्य लोगों को जागरूक होने का संदेश दे रहे हैं।