क्वारंटीन का समय पूरा होने के बाद भी घर नहीं जाने देने से आक्रोशित लोगों ने वाराणसी और जौनपुर के क्वारंटीन सेंटरों पर रविवार को हंगामा किया। लोगों ने भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है। जौनपुर में लगातार दूसरे दिन लोगों ने खाना नहीं खाया। इन लोगों को 31 मार्च से क्वारंटीन किया गया है। इनका आरोप है कि पहले 14 दिन बाद घर जाने देने की बात कही गई थी लेकिन एक महीने से भी ज्यादा होने के बाद भी नहीं जाने दिया जा रहा है।
वाराणसी के पिंडरा प्रतिनिधि के अनुसार गजोखर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के हॉस्टर बने क्वारंटीन सेंटर पर बाहर से आए मजदूरों और उनके परिवार वालों को 31 मार्च से रखा गया है। कुल 255 लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इनमें ज्यादातर बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश के हैं।
रविवार की सुबह 9 बजे सभी हॉस्टल से बाहर निकल आए और गेट के पास लाइन लगाकर धरने पर बैठ गए। कहाकि जब तक उन्हें घर भेजने का फैसला नहीं हो जाता यहां से नहीं हटेंगे और भोजन भी नहीं करेंगे।
सूचना मिलने पर मौके पर एसडीएम मणिकण्डन, सेंटर प्रभारी एसडीएम एमएम वर्मा, तहसीलदार रामनाथ, इंस्पेक्टर सनवर अली समेत अनेक पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए। लोगों को दो दिन के अंदर घर भेजने का आश्वासन देकर किसी तरह शांत कराया। इसके बाद सभी खाना खाने को तैयार हुए। एसडीएम के अनुसार सभी घर जाना चाहते हैं। इसी को लेकर खाना खाने से इनकार किया था। उन्हें सामझा-बुझाकर शांत कराया गया और खाना भी खा लिया है।