मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के क्वारंटीन प्रोटोकाल को सुनिश्चित कराने के लिए हर जिले में एक प्रभारी अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने संबंधित राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि वे प्रवासी कामगारों-श्रमिकों की सूची लेकर और उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुए उनकी सकुशल वापसी की प्रक्रिया प्रारम्भ करें।
उन्होंने कहा कि वापस आए सभी श्रमिकों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश शनिवार को अपने सरकारी आवास पर पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में दिए। मुख्यमंत्री ने लाकडाउन के संबंध में केंद्र की ओर से जारी एडवाइजरी का अध्ययन कर उसके अनुरूप समस्त आर्थिक गतिविधियां संचालित कराने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी जिलों में इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएं, ताकि प्रवासी श्रमिकों की सुगमता से जांच की जा सके। प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की स्क्रीनिंग करते हुए स्वस्थ लोगों को 14 दिन के होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए और जो स्वस्थ न मिले, ऐसे श्रमिकों के उपचार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के संचालन में संक्रमण का एक भी प्रकरण सामने नहीं आया। इसी प्रकार ईंट-भट्ठा उद्योग भी अच्छी प्रकार चला है। इसी तर्ज पर सभी उद्योगों को चलाया जाए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद प्रदेश में निवेश को एक नया आयाम देने के लिए एक वृहद कार्ययोजना तैयार की जाए।